वहीं आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बांसा, ताराखेडा में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कमलनाथ जी की सरकार थी, तब किसानों से उड़द खरीदी की गई, लेकिन उन्हें उसका मूल्य नहीं दिया गया। 11,873 किसानों को 27.16 करोड़ का भुगतान किया ही नहीं गया। हम किसानों को उनके हक के पैसे देंगे। कमलनाथ जी ने धान का भुगतान नहीं किया।
हमने तो धान भी खरीदी और तिवड़ा युक्त चना भी खरीदा। कमलनाथ जी ने इस क्षेत्र से कॉलेज की सौगात भी छीन ली। सिंचाई की योजनाएँ भी नहीं चलने दी। आज मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूँ कि इस क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। गरीबों को उनका हक दिलाने वाली संबल योजना को भी कमलनाथ जी ने बंद कर दिया था। हमारी सरकार बनते ही यह योजना पुनः प्रारम्भ हुई। कमलनाथ जी ने बेटियों से उनके विवाह के लिए रु. 51,000 देने का वादा किया। बेटियों की शादी भी हो गई, भांजे-भांजी भी आ गए लेकिन पैसे नहीं आये। किसानों को राहत की राशि भी कमलनाथ जी ने नहीं दी। वो तो फसल बीमा योजना का प्रीमियम भी खा गए।
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शिवराज ने कहा किसान भाई चिंतित न हों। इस साल जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें राहत की राशि के साथ फसल बीमा योजना की राशि भी देंगे। अपने खाते चैक करते रहना, किसी न किसी योजना के अंतर्गत पैसे डालता रहूंगा! कांग्रेस के नेता कहते हैं कि राहुल लोधी ने गड़बड़ कर दी। अगर बेईमानी की होती तो डॉ. प्रभुराम चौधरी जीत का नया रिकॉर्ड नहीं बना पाते। राहुल सिंह लोधी कमलनाथ जी के पास कोई भी काम लेकर जाते तो उन्हें कहा जाता कि चलो, चलो! लोधी जी ने उनको ही चलता कर दिया।जनता के विकास के कार्य जब बाधित हुए तो राहुल सिंह लोधी ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। वो हमारे साथ आये। उनकी एक ही मांग थी कि दमोह में मेडिकल कॉलेज बने। हमने तुरंत दमोह को यह सौगात दी। राहुल सिंह लोधी जनता के लिए जो-जो मांगेंगे, मैं उन्हें देता जाऊंगा। कांग्रेस में कुछ नहीं रखा।
उनके नेता राहुल गांधी का ही कोई ठिकाना नहीं है। कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी ने मध्यप्रदेश को लूट लिया। मंत्रालय को तो दलालों के अड्डा बना दिया था इन्होंने। हमने दमोह के लिए रु. 205 करोड़ की 9 सड़क और पुल की सौगात दी है। रु. 770 करोड़ की लागत की दमोह, पटेरा, जबेरा, तेंदूखेड़ा, बकस्वाहा समूह जल प्रदाय योजना से 702 गाँव में पानी दिया जाएगा।