दैनिक भास्कर को मोदी सरकार के खिलाफ खबर दिखाना पढ़ा महंगा, देश भर में भास्कर के कई दफ्तरों पर हुई छापेमार कार्यवाई

dainik bhaskar raid

नेशनल डेस्क। इसराइली सॉफ्टवेयर पैगसिस से जुड़े विवाद पर दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) को मोदी सरकार के विरूद्ध ख़बर दिखाना भारी पढ़ गया। देश के प्रमुख लोकप्रिय समाचार पत्रों में से एक दैनिक भास्कर के समूह के देशभर में फैले कई दफ्तरों पर आयकर विभाग ने आज गुरुवार सुबह बड़े पैमाने पर छापे मारे हैं। आयकर विभाग (Income Tax) की इन्वेस्टिगेशन टीम की छापेमारी (Raid) प्रेस कांप्लेक्स समेत आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद हैं। इस छापेमारी में स्थानीय पुलिस की भी मदद ली गई है। जानकारी के अनुसार अखबार के  भोपाल, नोएडा, जयपुर और अहमदाबाद कार्यालय पर आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा छापामार कार्रवाई की गई है।

आयकर विभाग द्वारा की है इस बड़ी रेड में दैनिक भास्कर कार्यालय में उपस्थित सभी कर्मचारियों के फोन जब्त कर लिए गए हैं। साथ ही किसी को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है एवं छापे की सूचना के बाद अखबार की डिजिटल टीम को घर से ही काम करने के लिए कह दिया गया है। 

क्या है पूरा मामला? 

अंदेशा है की दैनिक भास्कर ने कोरोना महामारी के दौरान आधिकारिक दावों पर आलोचनात्मक रुख वाली रिपोर्टों की एक श्रृंखला प्रकाशित की थी। इसके बाद वर्तमान में चर्चित पैगासिस स्पाइवेयर में मोदी सरकार (Modi Government) का नाम आने के बाद भास्कर ने इस ख़बर को प्रमुखता से दिखाया था यही नहीं भास्कर ने कुछ समय पहले ही एक न्यूज आर्टिकल भी प्रकाशित किया जिसका शीर्षक था। -

 "पहले गुजरात, अब केंद्र: टेपिंग विवाद मोदी शाह के लिए नया नहीं , 15 साल पहले भी गुजरात के नेताओं और अधिकारियों के फोन टेप के लगे थे आरोप आयकर अधिकारियों"

dainik bhaskar ed raid

हालांकि भास्कर द्वारा प्रकाशित इस न्यूज आर्टिकल को कुछ घंटों बाद ही हटा लिया गया जिसके बाद इसकी चर्चा पूरे देश में हुई।चर्चा ठंडी पढ़ी ही नही की सुबह सभी को चौकाने वाली खबर सामने आई। जिसने भास्कर के देश में फैले कई कार्यालयों पर आयकर विभाग ने छापेमार (Raid) करवाई की। आपको बता दे कि दैनिक भास्कर समूह देश के सबसे बड़े मीडिया समूह में से एक है, जिसके एक दर्जन से अधिक राज्यों में 60 से अधिक संस्करण अलग-अलग भाषाओं में प्रकाशित होते हैं. मध्य प्रदेश में इसका मुख्यालय है। 

दैनिक भास्कर समूह पर मोदी सरकार द्वारा की गई इस कार्यवाई के बाद विपक्ष और  पत्रकारिता जगत से जुड़े विभिन्न प्रमुख लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई है। 

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