दिग्विजय सिंह के भाई ने महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान पर कांग्रेस को समर्थन वापिस लेने की सलाह दी

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दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह (फ़ोटो साभार: News Track Live)

भोपाल। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर रहे परमबीर सिंह की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी ने महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में भूचाल ला दिया है। एंटीलिया केस में फंसे मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के अफसर सचिन वाजे के लपेटे में आए परमबीर सिंह की भी कमिश्नर पद से छुट्टी हो गई थी। इसके ठीक दो दिन बाद परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर बड़ा आरोप लगाया था, उन्होंने सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट दिया था।


इस चिट्ठी के सामने आने के बाद से ही महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (Maharshtra Government) लगातार घिरती जा रही है। वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी दल भाजपा तो इस पर हमलावर है, वहीं इस आघाड़ी सरकार को समर्थन दे रही कांग्रेस पार्टी के अपने नेता भी खुलकर इसका विरोध जा रहे हैं।



मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने अपनी पार्टी को इस मुद्दे पर स्टैंड लेने की सलाह दी है, तो वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई एवं गुना जिले के चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने महाराष्ट्र में चल रहे सियासी मसले पर अपनी ही पार्टी काे महाराष्ट्र सरकार से समर्थन वापस लेने की सलाह दी है।


लक्ष्मण सिंह ने अपने ट्वीट के जरिए कहा  कि ‘अगर 100 करोड़ प्रति माह मुंबई पुलिस के माध्यम से महाराष्ट्र के गृह मंत्री वसूल रहे हैं, और अगर यह सत्य है, तो देशमुख “देश के मुख” नहीं हो सकते। लगता है “अगाड़ी सरकार पिछड़ती” जा रही है, कांग्रेस को अपना समर्थन वापस लेना चाहिए।

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