लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कलेक्ट्रेट परिसर के गेट को बंद कर दिया, लेकिन रैकवार समाज के लोग गेट के ऊपर से चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, जिसके बाद जिला प्रशासन ने गेट खुलवाया और सभी को अंदर बुला कर उनसे बात की। जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद रैकवार समाज के लोग वापस अपने घर की ओर रवाना हो गए।
दरसअल रैकवार समाज के लोगों की मांग है कि वे पिछले 80 वर्षों से चरहाई बाजार में मछली बेचने का व्यापार कर रहे हैं। उनके द्वारा किसी प्रकार का कोई भी अतिक्रमण नहीं किया गया। लेकिन व्यापारी वर्ग के द्वारा वहां पर अपनी गोदाम खोली गई है, जिससे आए दिन आवागमन बाधित होता है और जाम लगता है।
इसके बाद भी जिला प्रशासन के द्वारा मीट मार्केट हटाने की कार्रवाई की जा रही है जो बिल्कुल गलत है। क्योंकि यह उनका पुस्तैनी काम है और इस काम को विगत कई सालों से वह कर रहे हैं।
यदि जिला प्रशासन ने इस मार्केट को हटाया तो उसके बदले रैकवार समाज के लोगों को रोजगार देने का भी इंतजाम करना होगा आपको बता कि इसी मीट मार्केट में 1 सप्ताह पहले रैकवार समाज के लोगों द्वारा एक व्यापारी के ऊपर जानलेवा हमला किया गया था जिसमें व्यापारी गंभीर रूप से घायल हुआ था व्यापारी ने मीट मार्केट हटाने के हेतु कोर्ट में याचिका दायर की थी।